विदाई #🍁#------◆●•••

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विदाई #--🍁 -------------------//◆●•• अपने ही जिस्मों जान की ,ये कैसी रुसवाई है , ढोता आया पाप युगों , देता न इन्हें विदाई है । थमता नहीं सफर जब , किसी के ...

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