ओंठो पे बात

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ओंठो पे बात जो दबी रह गई है उभारों न उसको कसम दे रहे हैं। तेरी यादों को दिल में बसा कर, अबतक रहमो करम दे रहे हैं।। जिन गलियों से ...

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