चारों उस महल के खंडहर की ओर तेजी से खींचें चले जा रहे थे। गाड़ी बिल्कुल महल के परकोटे का जो बड़ा दरवाजा था उसके आगे आकर रुकी, वहाँ शांति थी ...

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