राजा की रानी

305 Part

126 times read

0 Liked

राजलक्ष्मी नाराज होकर हँस पड़ी और बोली, “देखो चतुराई रहने दो- यह मैं भी जानती हूँ।” “जानती हो? तब जाने दो, एक जटिल समस्या की मीमांसा हो गयी। किन्तु, तीस रुपये ...

Chapter

×