नंदू और उसका बेटा समीर और राजू और उसकी बेटी मन्वी चारो छत में कुर्सी लगाकर बैठे थे, हँसी खुशी बिखरी हुई थी, हर चेहरे में एक मुस्कान थी वो चाहे ...

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