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कयामत _______________________________ आज ये क्या कयामत आई हम पर बूंदे बरस रही है पूरे जोरों पर भीग तो मैं आज भी गई फ़र्क सिर्फ़ इतना रहा तुम्हारी हथेलियों की महक नहीं ...