काव्य संग्रह - भाग 15

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गोविन्द जय-जय गोपाल जय-जय गोविन्द जय-जय गोपाल जय-जय। राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय॥१॥ ब्रह्माकी जय-जय, विष्णूकी जय-जय। उमा- पति शिव शंकरकी जय-जय॥२॥ राधाकी जय-जय, रुक्मिणिकी जय-जय। मोर-मुकुट वंशीवारेकी जय-जय॥३॥ गंगाकी जय-जय, यमुनाकी ...

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