काव्य संग्रह - भाग 22

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हरे राम हरे राम राम हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे॥१॥ श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे, हे नाथ! नारायण वासुदेव॥२॥ गोविन्द गरुड़ध्वज ...

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