काव्य संग्रह - भाग 25

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अधरों पे जा सजी है कन्हैया तेरी ये वंशी अधरों पे जा सजी है कन्हैया तेरी ये  वंशी. ये तान दे निराली  बजैया तेरी ये वंशी. हम सबको बाँधती है तेरी ...

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