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शीर्षक-सागर और नीर सागर में बहे नीर, बांटे सदा क्षीर, जग में होता मीर। गहराइयों में छुपे अनमोल मोती, सुनामी की लहरों में सब कुछ खोती, अपने दुःख कभी न बोलती। ...