आँधियों

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झर झर अखियों से मेरे ये सावन बरसा जाए l तेरी मेरी प्रीत की ये दास्तान सुनाता जाए l धड़कने मेरी तेरी बेताबी का एहसास कराए जाए l एक एक लम्हा ...

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