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कविता ःकोरा कागज ★★★★★★★★★★ जीवन है एक कोरा कागज जैसे हमारे कर्म उसपर लिखावट क्यों हम गंदा करें इस कोरे कागज को आओ भरें नज्में प्यार के दमकें ये सतरंगी छटा ...