1 Part
154 times read
8 Liked
रिश्ता रिश्ता एक एहसास में बंद ख्वाहिश था जिसकी चाहत मैंने एक अजनबी से कर लीं तेरे बिन उसका अर्थ अक्सर अधूरा ही रहा जब तूने मेरे ज़हन में खुद के ...