रिश्ता

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तारों के बीच चांद सी तुम लगती हो मुझको बहती गंगा की पावन धार सी लगती हो मुझको ।। तुझे ख्वाबों में भी देखने की ख्वाहिश रहती है मेरे दिल की ...

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