लेखनी प्रतियोगिता -06-Apr-2023

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बस एक निगाह से उसने ये काम कर डाला मैं बादशाह था मुझको गुलाम कर डाला। नजर उठाई तो चिरागों में रोशनी भर दी नजर झुकाकर दोपहरी को शाम कर डाला। ...

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