1 Part
409 times read
18 Liked
इजहार–ए–इश्क लड़ी नजर एक हूर से, हुआ वही अंजाम उसकी नजर के बाण ने, किया काम तमाम बेकाबू सा हो गया, था दिल मेरा नादान उसके सपने देखता, सुबह से लेकर ...