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शीर्षक-सजे इज्जत का ताज दोहे जो सबकी इज्जत करें, मिलता है सम्मान। चंद्रभाल शोभे सदा, बजे प्रणय की तान।। सहज सरल स्वभाव धरें, बहती निर्मल धार। करता रोशन जग सदा, होती ...