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कुंडलिया विषय-श्याम बदरा श्यामल छा रहे, हर्षित होता किसान। धरती पर बूंदे पड़ी, मिट्टी में पड़े निशान।। मिट्टी में पड़े निशान, फसल नव होती रोपित। झूमे नाचे आज, देखकर होता मोहित।। ...