राम

1 Part

236 times read

12 Liked

मुक्तक छंद विषय -राम 1222,1222   1222,1222 सभा में राम आते हैं, धनुष पर डोर बांधन को। जहां नृप हार बैठे हैं ,धनुष शंकर उठावन को। खिला मुखराम रघुवर का, उठाया सम ...

×