सपना (कविता)

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सपना  मैने  एक सपना देखा, उस  सपने में समस्त विश्वजन को अपना देखा | एक बाग में बड़े खुबसूरत फूल खिले थे , उसी फूल के  सभी पंखुड़ी बने थे | ...

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