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शीर्षक-मेरी माॅं कुंडलिया मेरी माॅं प्यारी लगे, ममता बसे अपार। अपने ऑंचल से ढके, तुझसे हैं संसार।। तुझसे है संसार, हमेशा पीड़ा सहती। हमको देती छाॅंव, दूसरों को खुश करती।। कहे ...