20 Part
34 times read
0 Liked
अभी सुबह के पाँच ही बजे थे। चिड़ियाँ चूँ-चूँ कर रही थी। हल्का-हल्का धुंधलापन छितरा हुआ था। विनायक बाबू जल्दी जल्दी बदन पर सरसों का तेल घसे, बाल्टी और लोटा लिए ...