1 Part
348 times read
18 Liked
मायके से ससुराल में आई ढूंढ रही है घर फिर अपना। थककर हारी फिर बेचारी, ढूंढ रही वजूद कहीं अपना। बेटी हूं बहना हूं मैं प्यारी, मैं रही हूं सबकी दुलारी। ...