जिंदगी की शाम

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जिंदगी की शाम अपने कल को अपने हाथों दफना कर आज उसी का स्वयं शोक मना रहा हूं मैं पल पल खुद मर मर कर जिए जा रहा हूं मैं कुछ ...

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