स्त्री की आकांक्षा

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ना महँगे कपड़े ना मूल्यवान हीरों का हार चाहती है, स्त्री की आकांक्षा बस इतनी सी प्यार चाहती है। उसे जरूरत नहीं दूसरों जैसे सारी सुविधाओं की, वो कभी ना टूटने ...

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