बिल्लेसुर बकरिहा–(भाग 34)

60 Part

17 times read

0 Liked

आज बकरियाँ भूखी हैं। शाम हो आई है, चराने का वक्त नहीं।  लग्गा नहीं; पत्तियाँ नहीं काटीं; रात को भी भूखी रहेंगी।  इस तरह कैसे निर्वाह होगा? बिना खाये सबेरे दूध ...

Chapter

×