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इक ओर किरीट लसै दुसरी दिसि नागन के गन गाजत री। मुरली मधुरी धुनि आधिक ओठ पै आधिक नंद से बाजत री। रसखानि पितंबर एक कंधा पर एक वाघंबर राजत री। ...