संकट में संसार

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संकट में संसार चहुँ-दिशि मची है चीख-पुकार, पड़ा है संकट में संसार।। सबके तन-मन गए हैं काँप, संकट विकट को कर के भाँप। लगे  अब  कैसे  बेड़ा  पार- पड़ा  है  संकट  ...

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