121 Part
25 times read
0 Liked
एक ठुमरी गाई :- "जाने दे मोको सुनो सजनवा, काहे करत तुम नित नित मोसन रार, नहीं, नहीं मानूँगी तिहार। छेड़ करत, नहीं मानत देखो री सखि, मेरी सुनै ना, बिंदा ...