121 Part
19 times read
0 Liked
रामचरण ने कहा, "हुजूर, उसी गाँव में मिलूँगा। देखें मुसलमान, हिंदुओं में दम है या नहीं। है ! मालकिन का अन्न-जल छूटा हुआ है। पहले हुजूर के इकबाल से खिलाऊँ-पिलाऊँ।" "तो ...