चोटी की पकड़–42

121 Part

90 times read

0 Liked

"मेरी बात मानो, रानीजी का काम करो। कौनसी तरक्की चाहते हो?" "जमादारी।" "बाद को मालूम होगा। यह बात किसी से कहना मत। कहो, नहीं कहूँगा।" "नहीं कहूँगा।" "यह जमादार कैसा आदमी ...

Chapter

×