शशांक बोला, "नौकरी छोड़ देना मेरे लिये कुछ भी नहीं है। तुम्हारे लिये ही सोचता हूँ, तक़लीफ तो तुम्हें ही होगी!" शर्मिला बोलो, "उससे भी बड़ी तकलीफ़ तब होगी जब अन्याय ...

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