प्रातःकाल काम खत्म करके शशांक घर लौटकर बोला, "मामला क्या है, गुड़ियों का व्याह है क्या?" "हाय रे भाग्य, आज तुम्हारा जन्मदिन है, यह भी भूल गए? कुछ भी कहो, आज ...

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