121 Part
27 times read
0 Liked
खुली, हवादार खिड़कियों के एक बगल पलँग बिछा है, मशहरी लगी है। एक बड़ी मेज़ लगी है; काठ की; मगर अच्छी, कई कुर्सियाँ चारों ओर से रखी हैं। दो आलमारियाँ हैं ...