1 Part
306 times read
9 Liked
मेरी जिंदगी की पहली और आखिरी किताब हो तुम कविता की तरह रग रग से टपकती हुई शराब हो तुम कल्पनाओं की उड़ान शब्दों का समंदर छंदों की प्रेरणा जीवन को ...