साँप की फ़ितरत यही

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हम को तू देगा  दग़ा चल हट परे। बे-वफ़ाओ  से वफ़ा चल हट परे।। जी हज़ूरी हम करे  वो भी तेरी । भाड़ मे जाए 'अता चल हट परे।। दुश्मनी करना ...

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