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लफ्ज़ के नब्ज़ को टटोलकर बोलों तजुर्बा है जिंदगी का अजब सा तुम मत बनों गैर अपनों के लिए वक्त की ज़रूरत है दिल खोलकर बोलोंं लफ्ज़ के नब्ज़ को टटोलकर ...