सुकून

1 Part

230 times read

6 Liked

मिलता है मुझे सुकून  अब तो तेरी ही पनाहों में  हर दर्द को भूल देती हूँ  तेरी एक मुस्कान में  आँखों ही आँखों मे  तेरी सूरत बसा लेते हैं  हम तो ...

×