महबूब

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यह धड़कने सब कुछ बयां करता है,  मेरे महबुब तू दिल में इश्क सा रहता है...... देख तुझे मेरी आँखों का तारा बन तु,  बागों में जैसे सुंदर गुलाब खिलता है...... ...

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