मंज़िल

1 Part

229 times read

7 Liked

मंज़िलो की तलाश में आज भी राही मचल रहे हैंं l  आग के हर दरिया को पार करने की जुफ़तजु कर रहे हैं l  सपने  आँखों से नही दिल मे बुन ...

×