खून के रिशतें को हम भूल रहें है

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खून के रिशतें को हम भूल रहें है हे प्रभु जी ऐसी दुनिया क्यों बनाई तुमनें दो दिन की जिंदगी में  हैरान हो हर शख्स आज तक भाईचारे से रहते थे ...

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