1 Part
243 times read
17 Liked
खुशियां ही खुशियां होती थी इन बहारों में सिमट गया सब ,केवल एहसास ही कुछ बाक़ी हैं... तुझें भुलने की कोशिश हर बार की हैं मैंने कभी हो जाऊँगी कामयाब ये ...