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अधूरा अभी ये हुनर है, लगे दूर थोड़ा सफ़र है। कभी गीत धड़कन बने हैं, कभी मोह लेती सहर है। कहूँ जो कभी आप बीती, लिखी आपकी ही नज़र है। किरण ...