1 Part
244 times read
17 Liked
आज दिनांक ४.६.२३ को प्रदत्त स्वैच्छिक विषय पर प्रस्तुत मेरी रचना , प्रतियोगिता हेतु: मज़हबी भूख : ---------------------------------------------- पलकों की कोरों पर आ कर ठहर गये जो दो आंसू ,यह बर्बरता ...