अर्जुन ने कहा, ‘गुड़।’ बच्चे के अट्टहास से घर गूँज उठा। भरपेट हँसकर, स्थिर होकर फिर उसने आज्ञा की, ‘बोल गणेश।’ रोनी आवाज में अर्जुन ने कहा, ‘गडे़श।’ खिलखिलाकर, हँसकर, चिरंजीव ...

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