0 Part
37 times read
0 Liked
लालाजी बड़े असमंजस में पड़े। दोनों अपने अपने पाले पर दृढ़ हैं। कोई हिलने को तैयार नहीं। तभी उन्हें ध्यान आया कि मावले के ठाकुर साहब से उन्होंने वादा किया था। ...