शून्य

1 Part

348 times read

15 Liked

जय श्री राधेकृष्ण --सुप्रभात🙏____________________ शीर्षक *#शून्य*  सवैया _______________________ *कम आँक न शून्यन मोल यहाँ*, *सुन शून्य महा महिमा से भरा*। *उतपन्न हुआ यह मांड कभी*, *जिसमें यह धौ थिर शून्य रखा*। ...

×