1 Part
171 times read
17 Liked
मुहब्बत की दुकान में नफरती सामान धड़ल्ले से बिक रहा है मेरे गांव की आबोहवा में राजनीति का मीठा जहर घुल रहा है भाईचारा न जाने कहां दफन हो गया, संवेदनाऐं ...