अधूरे मिसरे बुनते हैं

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किस्से पुरानी यादों के चुनते हैं, आओ कुछ अधूरे मिसरे बुनते हैं। खामोशी दिल की हर बात कहेगी, आज नज़रों से दिल की बात सुनते है। धुनों ने ग़ज़लों में जान ...

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