अपने सुत को चीर

1 Part

13 times read

1 Liked

दोहा वादा   ऐसा   कीजिए , जिसमें रहे विधान। कुटिल केकई चाल में,तजें न दसरथ प्रान।। वादा हो  हरिचन्द्र   सा  , भले भुला कर नेह। प्रण रखने को बिक गये, स्वयम् डोम ...

×